पहलगाम आतंकी हमला: 28 पर्यटकों की मौत
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बाइसारन घाटी में संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा किए गए एक भयावह हमले में कम से कम 28 पर्यटकों की जान चली गई और 36 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हमला घाटी में हाल के वर्षों का सबसे घातक नागरिक हमला बताया जा रहा है।
हमले का विवरण और तत्काल प्रतिक्रिया
आतंकवादी घने जंगलों से निकलकर घाटी में पहुँचे और अचानक फायरिंग शुरू कर दी। पीड़ितों में कर्नाटक, ओडिशा, गुजरात जैसे राज्यों के भारतीय नागरिकों के साथ दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। चश्मदीदों ने बताया कि हमलावर सेना की वर्दी में थे और नाम पूछकर नजदीक से गोलीबारी कर रहे थे।
बाइसारन घाटी पैदल या टट्टू से ही पहुँच योग्य होने के कारण बचाव कार्यों में काफी कठिनाई आई। स्थानीय दुकानदारों और गाइडों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पहलगाम आतंकी हमला: राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और सुरक्षा इंतज़ाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए अपना सऊदी अरब दौरा बीच में ही रद्द कर दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने दोषियों को सख्त सजा देने की बात कही। अमेरिकी राष्ट्रपति जेडी वेंस, जो उसी दिन भारत में थे, उन्होंने गहरी संवेदना व्यक्त की।
विपक्षी नेताओं, जैसे राहुल गांधी ने सरकार की ‘कश्मीर में सामान्य स्थिति’ की दावों पर सवाल उठाए।
पृष्ठभूमि और निहितार्थ
‘कश्मीर रेसिस्टेंस’ नामक आतंकी संगठन ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है। उन्होंने 2019 में जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को हटाए जाने और उसके बाद की बसावट नीतियों के खिलाफ विरोध का हवाला दिया।
यह घटना एक बार फिर कश्मीर की नाजुक सुरक्षा स्थिति को उजागर करती है और पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करती है। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने हमलावरों की तलाश तेज कर दी है और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बाइसारन घाटी में हुआ यह आतंकी हमला न सिर्फ एक मानवीय त्रासदी है बल्कि शांति की ओर बढ़ते कश्मीर के लिए भी एक बड़ा झटका है।